वीडियो जानकारी:<br /><br />शब्दयोग सत्संग<br />२४ मई, २०१८<br />अद्वैत बोधस्थल, ग्रेटर नोएडा<br /><br />गीत: तुझको चलना होगा, तुझको चलना होगा<br /><br />ओहोहो …<br />ओ नदिया चले चले रे धारा<br />चन्दा चले चले रे तारा<br />तुझको चलना होगा, तुझको चलना होगा<br />तुझको चलना होगा, तुझको चलना होगा<br />ओहोहो …<br /><br />जीवन कहीं भी ठहरता नहीं है<br />आँधी से तूफां से डरता नहीं है<br />तू ना चलेगा तो चल देंगी राहें<br />है रे है रे है रे है रे<br /><br />ओ … तू ना चलेगा तो चल देंगी राहें<br />मंज़िल को तरसेंगी तेरी निगाहें<br />तुझको चलना होगा, तुझको चलना होगा<br />तुझको चलना होगा, तुझको चलना होगा<br />ओ नदिया चले चले रे धारा…<br /><br />पार हुआ वो रहा वो सफ़र में<br />ओ … पार हुआ वो रहा वो सफ़र में<br />जो भी रुका फिर गया वो भंवर में<br />नाव तो क्या बह जाये किनारा<br />ओ … नाव तो क्या बह जाये किनारा<br />बड़ी ही तेज़ समय की है धारा<br /><br />तुझको चलना होगा, तुझको चलना होगा<br />तुझको चलना होगा, तुझको चलना होगा<br /><br />ओह… नदिया चले चले रे धारा…<br />गीत: तुझको चलना होगा, तुझको चलना होगा<br />संगीतकार: मन्ना डे<br />फ़िल्म: सफ़र (१९७०)<br />बोल: इंदीवर<br /><br /><br />संगीत: मिलिंद दाते